tag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post6564593240819916756..comments2023-10-15T13:32:04.954+04:00Comments on चोंच में आकाश: गणतंत्र की प्राचीन परंपरापूर्णिमा वर्मनhttp://www.blogger.com/profile/06102801846090336855noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-63203622026955220072010-06-06T06:20:04.046+04:002010-06-06T06:20:04.046+04:00पूर्णिमा जी,आपके ब्लॉग 'चोंच में आकाश' में...पूर्णिमा जी,आपके ब्लॉग 'चोंच में आकाश' में एक लेख 'गणतंत्र की प्राचीन परम्परा' से एक निम्नलिखित उद्धरण कि <br />"बहुत कम लोग यह जानते हैं कि विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा लादी गई ३०० साल की लंबी पराधीनता के बाद जिस गणतंत्र को हमने १९५० में प्राप्त किया है..." <br />मैं इस प्रकार कहना चाहती हूं:<br />हालाँकि भारत पर तीसरी शताब्दी-चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के समय से ही विदेशीsharda monga (aroma)https://www.blogger.com/profile/02838238451888739255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-45903958561179716942010-03-11T22:08:59.897+04:002010-03-11T22:08:59.897+04:00apke lekh antermun ko chhu rahe hain.apke lekh antermun ko chhu rahe hain.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05510468635293204843noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-70242158602591409502010-02-13T17:51:36.531+04:002010-02-13T17:51:36.531+04:00बहुत रोचक और तथ्यपूर्ण लेख। हार्दिक शुभकामनायें।बहुत रोचक और तथ्यपूर्ण लेख। हार्दिक शुभकामनायें।पूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-43905013180536968722010-02-07T18:17:32.422+04:002010-02-07T18:17:32.422+04:00इसलिए आवश्यक है कि लंबी पराधीनता के बाद आज हमने जो...इसलिए आवश्यक है कि लंबी पराधीनता के बाद आज हमने जो यह नई गणतंत्रीय व्यवस्था प्राप्त की है, उसके मूल्यों की रक्षा हो और राष्ट्रीय विकास के हित में उसका सही प्रयोग हो।<br /><br />बहुत अच्छा आलेख ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-13084555409723422172010-02-05T17:03:50.148+04:002010-02-05T17:03:50.148+04:00Bahut achha laga aapka blog padhkar.
Shubhkamnayne...Bahut achha laga aapka blog padhkar.<br />Shubhkamnayne...कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-61428587032543426052010-02-03T19:46:52.593+04:002010-02-03T19:46:52.593+04:00"आवश्यक है कि लंबी पराधीनता के बाद आज हमने जो..."आवश्यक है कि लंबी पराधीनता के बाद आज हमने जो यह नई गणतंत्रीय व्यवस्था प्राप्त की है, उसके मूल्यों की रक्षा हो और राष्ट्रीय विकास के हित में उसका सही प्रयोग हो।"<br />आपको यहाँ भी देखकर - सुखद आश्चर्य. सार्थक सन्देश वाहक और ज्ञानवर्धक आलेख के लिए आभार, धन्यवाद. सादरAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-60180706570973810812010-02-02T08:05:42.435+04:002010-02-02T08:05:42.435+04:00गणतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने के लिए हमें आदमी ...गणतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने के लिए हमें आदमी होना पड़ेगा .सुशीला पुरीhttps://www.blogger.com/profile/18122925656609079793noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-86614666602935912452010-02-01T13:03:25.538+04:002010-02-01T13:03:25.538+04:00गणतांत्रिक मूल्यों के साथ साथ हमें अपने मूल्यो की...गणतांत्रिक मूल्यों के साथ साथ हमें अपने मूल्यो की भी रक्षा करनी चाहिए ......दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com