tag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post3791700305458980047..comments2023-10-15T13:32:04.954+04:00Comments on चोंच में आकाश: मनकेपूर्णिमा वर्मनhttp://www.blogger.com/profile/06102801846090336855noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-17118666739425560132007-11-24T03:51:00.000+04:002007-11-24T03:51:00.000+04:00पूर्णिमा जीधीरे-धीरे ढल जाएगावक्त आज तककब ठहरा है?...पूर्णिमा जी<BR/><BR/>धीरे-धीरे ढल जाएगा<BR/>वक्त आज तक<BR/>कब ठहरा है?<BR/><BR/>पहली बार आप के इस महकते गुलशन में आ पहुंचे हैं<BR/>ज़ख़्म शादाब अब भी है मेरे<BR/>तुम खिज़ाओं की बात मत करना.!!!<BR/><BR/>देवीDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-7709199776570471472007-11-24T03:50:00.001+04:002007-11-24T03:50:00.001+04:00पूर्णिमा जीधीरे-धीरे ढल जाएगावक्त आज तककब ठहरा है?...पूर्णिमा जी<BR/><BR/>धीरे-धीरे ढल जाएगा<BR/>वक्त आज तक<BR/>कब ठहरा है?<BR/><BR/>पहली बार आप के इस महकते गुलशन में आ पहुंचे हैं<BR/>ज़ख़्म शादाब अब भी है मेरे<BR/>तुम खिज़ाओं की बात मत करना.!!!<BR/><BR/>देवीDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-20049005424623421542007-11-24T03:50:00.000+04:002007-11-24T03:50:00.000+04:00पूर्णिमा जीधीरे-धीरे ढल जाएगावक्त आज तककब ठहरा है?...पूर्णिमा जी<BR/><BR/>धीरे-धीरे ढल जाएगा<BR/>वक्त आज तक<BR/>कब ठहरा है?<BR/><BR/>पहली बार आप के इस महकते गुलशन में आ पहुंचे हैं<BR/>ज़ख़्म शादाब अब भी है मेरे<BR/>तुम खिज़ाओं की बात मत करना.!!!<BR/><BR/>देवीDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-59695745899446612712007-11-24T03:49:00.000+04:002007-11-24T03:49:00.000+04:00पूर्णिमा जीधीरे-धीरे ढल जाएगावक्त आज तककब ठहरा है?...पूर्णिमा जी<BR/><BR/>धीरे-धीरे ढल जाएगा<BR/>वक्त आज तक<BR/>कब ठहरा है?<BR/><BR/>पहली बार आप के इस महकते गुलशन में आ पहुंचे हैं<BR/>ज़ख़्म शादाब अब भी है मेरे<BR/>तुम खिज़ाओं की बात मत करना.!!!<BR/><BR/>देवीDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-63298074301545128302007-11-24T03:48:00.000+04:002007-11-24T03:48:00.000+04:00पूर्णिमा जीधीरे-धीरे ढल जाएगावक्त आज तककब ठहरा है?...पूर्णिमा जी<BR/><BR/>धीरे-धीरे ढल जाएगा<BR/>वक्त आज तक<BR/>कब ठहरा है?<BR/><BR/>पहली बार आप के इस महकते गुलशन में आ पहुंचे हैं<BR/>ज़ख़्म शादाब अब भी है मेरे<BR/>तुम खिज़ाओं की बात मत करना.!!!<BR/><BR/>देवीDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-27948287785079987792007-11-24T03:44:00.000+04:002007-11-24T03:44:00.000+04:00पूर्णिमा जीधीरे-धीरे ढल जाएगावक्त आज तककब ठहरा है?...पूर्णिमा जी<BR/><BR/>धीरे-धीरे ढल जाएगा<BR/>वक्त आज तक<BR/>कब ठहरा है?<BR/><BR/>पहली बार आप के इस महकते गुलशन में आ पहुंचे हैं<BR/>ज़ख़्म शादाब अब भी है मेरे<BR/>तुम खिज़ाओं की बात मत करना.!!!<BR/><BR/>देवीDevi Nangranihttps://www.blogger.com/profile/08993140785099856697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-22639397791784492212007-11-21T11:29:00.000+04:002007-11-21T11:29:00.000+04:00धीरे-धीरे ढल जाएगावक्त आज तक कब ठहरा है?उदास रचना ...धीरे-धीरे ढल जाएगा<BR/>वक्त आज तक <BR/>कब ठहरा है?<BR/>उदास रचना में आशा की किरण....<BR/>वाह अति सुंदर रचना.<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-4488571737616604292007-11-19T13:56:00.000+04:002007-11-19T13:56:00.000+04:00आहा ! बहुत ही सुंदर पूर्णिमा जी, बस कमाल है. आज स...आहा ! बहुत ही सुंदर पूर्णिमा जी, बस कमाल है. <BR/><BR/>आज सँभाले नहीं सँभलता<BR/>जख़्म हृदय का<BR/>कुछ गहरा है<BR/><BR/>.......... किंतु वक़्त के साथ ह्रदय भी अपने ज़ख्म शायद कुछ भूलने-सा लगे ...अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-41657709175482642622007-11-19T11:50:00.000+04:002007-11-19T11:50:00.000+04:00kya likha hai, apne adbhut hai , pyara ban padaa h...kya likha hai,<BR/> apne adbhut hai , pyara ban padaa haiDUSHYANThttps://www.blogger.com/profile/00269010495016554374noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3627654484063710786.post-42122577709350574922007-11-19T11:33:00.000+04:002007-11-19T11:33:00.000+04:00अच्छा है कि रो डालो ,दबा रहा तो लावा बन के निकलेगा...अच्छा है कि रो डालो ,<BR/>दबा रहा तो लावा बन के निकलेगाKrishan lal "krishan"https://www.blogger.com/profile/12663970434075261890noreply@blogger.com